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Google Play Store: गूगल प्ले स्टोर ने फर्जी ऐप्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई है। कंपनी ने 300 से अधिक ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया है। ये ऐप्स यूजर्स का डेटा चोरी कर रहे थे।

Google Play Store: गूगल प्ले स्टोर ने फर्जी ऐप्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई है। कंपनी ने 300 से अधिक ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया है। ये ऐप्स यूजर्स का डेटा चोरी कर रहे थे। इन ऐप्स को 6 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐप्स एंड्रॉयड 13 की सुरक्षा सुविधाओं को बायपास करने में सफल रहे थे और यूजर्स के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे थे।

Vapor ऑपरेशन का खुलासा
सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने इन ऐप्स को "Vapor ऑपरेशन" का हिस्सा बताया है। IAS थ्रेट लैब ने पहली बार 2024 की शुरुआत में इस ऑपरेशन का पता लगाया था। उन्होंने जांच में पाया कि 180 ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध थे, जो 20 करोड़ से ज्यादा फर्जी विज्ञापन अनुरोध भेज रहे थे। बाद में, सुरक्षा फर्म बिटडिफेंडर ने इस संख्या को बढ़ाकर 331 कर दिया और चेतावनी दी कि ये ऐप्स "यूजर्स को फिशिंग अटैक के जरिए क्रेडिट कार्ड की जानकारी और पासवर्ड देने के लिए मजबूर कर रहे थे।"

ऐसे काम करते थे ऐप्स?
ये मैलिशियस ऐप्स खुद को छिपाने और यहां तक कि सेटिंग्स में अपना नाम बदलकर Google Voice जैसे वैध ऐप्स की नकल करने में सक्षम थे। ये ऐप्स बिना यूजर इनपुट के बैकग्राउंड में लॉन्च हो जाते थे और Recent Tasks मेनू से छिप जाते थे। कुछ ऐप्स फुल-स्क्रीन विज्ञापन दिखाते थे और एंड्रॉयड के बैक बटन या जेस्चर को डिसेबल कर देते थे। सबसे खतरनाक बात यह है कि कुछ ऐप्स ने Facebook और YouTube जैसी वेबसाइटों के फेक लॉगिन पेज दिखाए और यूजर्स से क्रेडिट कार्ड की जानकारी मांगी।

कौन से ऐप्स थे शामिल?
सिक्योरिटी रिसर्चर्स के अनुसार, ये ऐप्स खुद को साधारण उपयोगिता ऐप्स जैसे खर्च ट्रैकर, हेल्थ ऐप्स, वॉलपेपर ऐप्स और QR स्कैनर के रूप में प्रस्तुत करते थे। इनमें AquaTracker, ClickSave Downloader, Scan Hawk, Water Time Tracker और TranslateScan जैसे ऐप्स शामिल थे, जिनमें से प्रत्येक को 10 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया था।

गूगल ने क्या कहा?
गूगल के एक प्रवक्ता ने ब्लीपिंग कंप्यूटर को बताया कि इस रिपोर्ट में पहचाने गए सभी ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है।

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