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Netanyahu gift Golden Pager To Trump: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक गोल्डन पेजर और एक रेगुलर पेजर गिफ्ट किया। जानें क्या है यह खास तोहफा देने का मकसद।

Netanyahu gift Golden Pager To Trump: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक खास गिफ्ट दिया। व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात के दौरान नेतन्याहू ने ट्रंप को एक गोल्डन पेजर और एक रेगुलर पेजर गिफ्ट किया। यह तोहफा इजरायल की ओर से हिजबुल्लाह पर किए गए  पेजर अटैक की याद में दिया गया। बता दें कि इजरायल के पेजर अटैक में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह संगठन के 30 से ज्यादा लड़ाकों की मौत हुई थी। साथ ही इस हमले में हजारों हिजबुल्लाह लड़ाके घायल भी हुए थे। 

ट्रंप ने भी नेतन्याहू को दिया रिटर्न गिफ्ट
ट्रंप ने नेतन्याहू की ओर से मिले इस खास तोहफे पर खुशी जाहिर की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हिजबुल्लाह लड़ाकों पर इजरायल के पेजर अटैक की तारीफ करते हुए कहा कि यह एक शानदार ऑपरेशन था। नेतन्याहू के इस खास गिफ्ट के बदले में ट्रंप ने भी एक रिटर्न गिफ्ट दिया। ट्रंप ने नेतन्याहू को एक तस्वीर भेंट की जिसमें दोनों नेता (ट्रंप और नेतन्याहू) नजर आ रहे हैं। इस फोटो पर 'टू बीबी, ए ग्रेट लीडर' लिखा था। यह फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। 

क्या है यह खास गिफ्ट देने का मकसद?
इस खास तोहफे यानी गोल्डन पेजर को देने के पीछे इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का मकसद केवल एक औपचारिक गिफ्ट देना नहीं था, बल्कि इसके जरिए वह ट्रंप को इजराइल के हिजबुल्लाह पर हमले की याद दिलाना चाहते थे। ट्रंप और नेटन्याहू के बीच पहले से अच्छे संबंध हैं। इस गिफ्ट के जरिए इजराइल ने अमेरिका की सैन्य और राजनीतिक साझेदारी को और गहरा करने का संकेत दिया गया। गोल्डन पेजर पाकर ट्रंप ने कहा कि वो ऑपरेशन शानदार था। यह दिखाता है कि ट्रंप भी इस हमले का समर्थन करते हैं और भविष्य में वह इजरायल का साथ देंगे।कुल मिलाकर, यह सिर्फ एक गिफ्ट नहीं था, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक और सैन्य संदेश था  कि इजराइल ने जो किया उसमें अमेरिका उसके साथ है।

पेजर अटैक में मारे गए थे 39 हिजबुल्लाह लड़ाके
सितंबर 2024 में इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के लड़ाकों पर खुफिया हमला किया था। इस ऑपरेशन में हजारों हिजबुल्लाह लड़ाकों में गुपचुप तरीके से आईईडी प्लांट कर दिए गए थे। इसके बाद, हिजबुल्लाह लड़ाकों के सैकड़ों वॉकी-टॉकी में सिलसिलेवार ढंग से धमाके हुए थे। इस हमले में 39 हिजबुल्लाह लड़ाके मारे गए थे और करीब 3,000 लोग घायल हो गए। इस हमले के दो महीने बाद नेतन्याहू ने ऑपरेशन को इजरायल की ओर से अंजाम दिए जाने की पुष्टि की थी। 

ट्रंप और नेतन्याहू के बीच क्या बातचीत हुई?
नेतन्याहू और ट्रंप के बीच इस मुलाकात में अमेरिका-इजरायल सहयोग पर चर्चा हुई। नेतन्याहू ने ट्रंप को उनके चुनावी जीत पर बधाई दी और कहा कि वे अमेरिका के साथ मिलकर मध्य पूर्व की रणनीति को नया स्वरूप देना चाहते हैं। ट्रंप ने भी इजरायल के साथ मिलकर गाजा पर नियंत्रण करने और वहां के फिलिस्तीनी निवासियों को जबरन स्थानांतरित करने की योजना पर बात की।

गाजा पर कब्जे का खाका भी किया तैयार 
नेतन्याहू के साथ मुलाकात के बाद एक साझाा प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि गाजा को 'रिवेरा ऑफ द मिडिल ईस्ट' में बदलने का मौका है।यूएस प्रेसिडेंट ने कहा कि हम गाजा को अपने कब्जे में लेंगे और उसे डेवलप करेंगे। हम वहां कुछ शानदार काम करेंगे क्योंकि अब गाजा पट्टी मलबे में तब्दील हो चुका है। नेतन्याहू ने भी ट्रंप के इस प्लान का समर्थन किया। नेतन्याहू ने कहा कि गाजा का रिडेवलपमेंट बेहद जरूरी है। हालांकि, इस बयान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हो रही है।

एलन मस्क से भी मिले नेतन्याहू
अपने अमेरिका दौरे के दौरान नेतन्याहू ने एलन मस्क से भी मुलाकात की। इस मुलाकात में इजरायल और अमेरिका के सरकारी खर्चों की समीक्षा पर चर्चा हुई। मस्क ने अपने DOGE प्रोग्राम के जरिए सरकारी फंडिंग पर नजर रखने की बात कही। नेतन्याहू के बेटे याइर नेतन्याहू ने इंस्टाग्राम पर मस्क और नेतन्याहू की तस्वीर साझा की और उन्हें 'जीनियस' बताया।

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