श्याम करकू- बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के सभी चारों ब्लॉकों में पंचायत सचिव अपनी एक सूत्रीय मांग शासकीयकरण को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। 18 मार्च से जारी इस आंदोलन के कारण ग्राम पंचायतों के जनहित कार्य ठप हो गए हैं।
पंचायत सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष बी. बिचेम ने कहा कि प्रदेश पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय आव्हान पर यह आंदोलन किया जा रहा है। सरकार से बार-बार मांग उठाने के बावजूद पंचायत सचिवों का शासकीयकरण अब तक नहीं हुआ है। उन्होंने साफ किया कि जब तक मांग पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। 1 अप्रैल को प्रदेशभर के पंचायत सचिव मंत्रालय का घेराव करेंगे।

सरकार पर आरोप, आर- पार की लड़ाई का ऐलान
बी. बिचेम ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से शासकीयकरण की गारंटी दी गई थी, लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया। इस बार पंचायत सचिव संघ आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।
ग्राम पंचायतों का कामकाज ठप
हड़ताल के कारण पंचायतों में विकास कार्य, मनरेगा समेत अन्य योजनाओं का संचालन बाधित हो गया है। ग्रामीणों को भी विभिन्न योजनाओं के लाभ लेने में परेशानी हो रही है। अब देखना होगा कि सरकार इस आंदोलन को लेकर क्या कदम उठाती है। क्या पंचायत सचिवों की मांग पूरी होगी, या फिर यह आंदोलन और उग्र रूप लेगा?
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ये पंचायत सचिव रहे उपस्थित
धरना प्रदर्शन में ब्लॉक उपाध्यक्ष कावरे पंडा, गौतूल रामू, निरंतर टोप्पो, जितेंद्र कोरम, अर्जुन सोड़ी, फुलमाद्री सम्मैया, मल्लाराव दुर्गम, नंदकिशोर मेश्राम, जेट्टी गोपाल और दासर राममूर्ति सहित कई पंचायत सचिव मौजूद रहे।