AAP vs BJP vs Congress: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कुछ ही घंटों में मतदान शुरू होने वाला है। इस बार का चुनाव बेहद रोचक होने वाला है क्योंकि आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने 55 सीटों पर जीत का दावा किया है, जबकि बीजेपी और कांग्रेस भी अपनी जीत के लिए आश्वस्त नजर आ रहे हैं। चुनाव परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। आइए जानते हैं किन फैक्टर्स से तय होगी दिल्ली की सत्ता की बाजी।
दिल्ली चुनाव में वोटिंग प्रतिशत
2015 में 67.13 प्रतिशत और 2020 में 62.59 प्रतिशत मतदान हुआ था। माना जा रहा है कि इस बार बुधवार को होने वाली वोटिंग में प्रतिशत बढ़ सकता है। अधिक वोटिंग से किसे फायदा मिलेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
दिल्ली चुनाव में स्प्लिट वोटर का असर
दिल्ली में वोटर लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अलग-अलग पार्टी को वोट देते रहे हैं। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल तीनों की लोकप्रियता है, जिससे स्प्लिट वोटिंग देखने को मिल सकती है।
दिल्ली चुनाव में बीजेपी का कैडर और संघ की रणनीति
बीजेपी अपने मजबूत संगठन और आरएसएस (RSS) के नेटवर्क के दम पर अंतिम समय में बाजी पलटने में माहिर मानी जाती है। इस बार भी संघ ने दिल्ली चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है।
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी की योजनाएं
आप सरकार ने मुफ्त बिजली, पानी, महिलाओं को 2100 रुपये देने जैसी योजनाओं से जनता को आकर्षित किया है। दूसरी ओर, बीजेपी ने महिलाओं के लिए 2500 रुपये देने का वादा किया है। जनता किसकी योजनाओं पर भरोसा करेगी, यह देखने लायक होगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस का मुख्य मुद्दा महंगाई, बेरोजगारी और जनकल्याण योजनाएं हैं। प्यारी दीदी योजना, महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपए, जीवन रक्षा योजना, 25 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज और युवा उड़ान योजनाएं बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) दोनों पर हमला कर रही है।
दिल्ली चुनाव में जाति और धर्म का समीकरण
बीजेपी को हिंदू वोटरों से उम्मीद है, जबकि आम आदमी पार्टी को अल्पसंख्यक वोटों पर भरोसा है। कांग्रेस भी इस वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है। अगर अल्पसंख्यक वोट बंटते हैं, तो बीजेपी को फायदा मिल सकता है।
दिल्ली चुनाव में महिला वोटर बनेंगी निर्णायक
महिलाएं इस चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने वाली हैं। बीजेपी ने शराब ठेकों के खिलाफ महिलाओं की आवाज को समर्थन दिया है। अब देखना होगा कि महिला वोटर किसका साथ देती हैं।
दिल्ली चुनाव में कारोबारी और नौकरीपेशा वर्ग का रुख
बीजेपी ने कारोबारियों और मध्यम वर्ग को कई तरह की छूट देने की बात कही है, वहीं आम आदमी पार्टी ने ऑटो चालकों और छोटे व्यापारियों के लिए योजनाएं पेश की हैं। इन वर्गों का वोट चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकता है।
दिल्ली चुनाव में ग्रामीण और झुग्गी वोटर्स की अहमियत
बीजेपी ने इस बार ग्रामीण इलाकों में अपने संगठन को मजबूत किया है, जबकि आम आदमी पार्टी को उम्मीद है कि झुग्गी -बस्तियों के लोग 2020 की तरह इस बार भी उनका समर्थन करेंगे। दिल्ली में मुकाबला कड़ा है। अब देखना होगा कि मतदाता किस पार्टी पर भरोसा जताते हैं और 8 फरवरी को नतीजे किसके पक्ष में जाते हैं।
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