Mahashivratri 2025: पूरे देश में आज महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत माहौल देखने को मिला है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर आज 26 फरवरी बुधवार को करनाल आए हैं। मनोहर लाल खट्टर ने यहां पर रघुनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की है। इसके बाद वह भव्य शोभायात्रा में भी शामिल हुए थे। शोभायात्रा की शुरुआत रघुनाथ मंदिर से शुरू हुई थी। शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी और प्रचारी शिव मंदिर में समाप्त हुई। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की स्तुति की और हर-हर महादेव का जयकारा भी लगाया है।
महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर किया जलाभिषेक
शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए, जिनमें ब्रह्माकुमारी बहनें भी प्रमुख थीं। बैंड-बाजों और भक्ति गीतों के साथ यात्रा ने भक्तिमय वातावरण का माहौल बना दिया। इस दौरान महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया और भगवान शिव के जयकारे लगाए। श्रद्धालु भी भक्ति में लीन देखे गए। ब्रह्माकुमारी बहनों ने भी इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भगवान इस धरती पर अवतरित हो चुके हैं और उन्हें पहचानना ही सच्चा धर्म है। उन्होंने यह भी बताया कि ईश्वर की पहचान केवल आध्यात्मिकता के माध्यम से ही संभव है।
Also Read: दिल्ली की CM रेखा गुप्ता फरीदाबाद में निकालेंगी रोड शो, BJP प्रत्याशियों के लिए मांगेंगी वोट
सुरक्षा के किए कड़े इंतजाम
इस दौरान मेयर प्रत्याशी रेणु बाला गुप्ता ने भी महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दी और कहा कि आज पूरे करनाल में श्रद्धालुओं में भारी जोश और उल्लास देखने को मिल रहा है। महाशिवरात्रि के अवसर पर शहर के सभी शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई। भक्तों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया और रुद्राभिषेक कर विशेष अनुष्ठान किया है। शहरभर में भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालु भक्ति में डूबे रहे। जगह-जगह भंडारे आयोजित किए गए, जहां भक्तों को प्रसाद दिया गया।
प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कड़े इंतजाम किए थे। शोभायात्रा के दौरान पुलिस बल तैनात रहा, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो सके। मुख्य चौराहों पर यातायात को नियंत्रित किया गया और मंदिरों के बाहर सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए।
Also Read: हिसार में दिखेगा महाकुंभ जैसा नजारा, प्रयागराज के बाद हिसार में बन रहा विश्व का सबसे बड़ा 52 फुट का स्थाई सिद्ध महामृत्युंजय यंत्र