Bhopal: रायसेन जिले में गर्मी की शुरुआत होते ही जलसंकट ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है। जिला मुख्यालय के नजदीक ग्राम पंचायत पठारी के बम्हौरी गांव के लोग शनिवार को पानी और बिजली की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए। चार महीने से बिजली न होने और पानी की भीषण किल्लत के चलते ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे को करीब एक घंटे तक जाम कर दिया।
हाईवे पर फंसे सैकड़ों वाहन
गांव वालों के इस प्रदर्शन के कारण करीब 20 बसें, 80 से ज्यादा कारें और अन्य वाहन जाम में फंस गए। इनमें कई स्कूलों के शिक्षक भी थे, जिन्हें परीक्षा कराने के लिए अपने स्कूलों तक पहुंचना था। सूचना मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आया और एसडीएम मुकेश सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को पांच दिन में गांव में बोरिंग करवाने और तुरंत ट्रांसफार्मर (डीपी) लगाने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
राशि जमा करने के बाद भी नहीं मिली बिजली
गांव वालों का आरोप है कि पांच महीने से गांव का ट्रांसफार्मर जला पड़ा है। कलेक्टर के निर्देश पर ग्रामीणों ने ₹40,000 की राशि भी जमा कर दी, फिर भी बिजली विभाग ने डीपी नहीं लगाई। इससे न सिर्फ घरों में अंधेरा पसरा हुआ है, बल्कि निजी बोरिंग से भी पानी निकालना संभव नहीं हो पा रहा है।
महिलाओं का फूटा गुस्सा
खाली बर्तन लेकर हाईवे पर बैठी महिलाओं ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए। उनका कहना था कि पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, लेकिन अधिकारी दफ्तरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। पैसे जमा करने के बावजूद बिजली नहीं मिल रही और हैंडपंप भी लंबे समय से खराब पड़े हैं।
दूसरे गांवों से पानी लाने को मजबूर ग्रामीण
ग्रामीण रामकिशन, राजू, जमना प्रसाद और राधाबाई ने बताया कि उन्हें कभी वेयरहाउस से तो कभी पठारी गांव से पानी लाना पड़ता है। निजी बोरिंग मालिक कभी पानी भरने देते हैं तो कभी डांटकर भगा देते हैं। सरपंच से शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं होती। गांव में करीब 100 से ज्यादा परिवार इस संकट का सामना कर रहे हैं।
एसडीएम ने पांच दिन में काम होने का दिया आश्वासन
प्रदर्शन खत्म करवाने के बाद एसडीएम मुकेश सिंह ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा 10 प्रतिशत राशि जमा कर दी गई है, इसलिए आज ही गांव में ट्रांसफार्मर लगा दिया जाएगा। साथ ही, जलसंकट को देखते हुए पीएचई विभाग को निर्देश दिया गया है कि पांच दिनों के भीतर गांव में नया बोरिंग कराया जाए, ताकि पानी की समस्या हल हो सके।