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Panna brothers burnt alive: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में शुक्रवार (24 जनवरी) सुबह सगे भाई जिंदा जल गए। बृजपुर थाना क्षेत्र इटवांखास गांव में वह झोपड़ी में सो रहे थे, तभी अचानक आग लग गई। पोस्टमार्टम के बाद उनके शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।

Panna brothers burnt alive: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में सगे भाई जिंदा जल गए। शुक्रवार (24 जनवरी) सुबह वह खेत में बनी झोपड़ी में सो रहे थे, तभी अचानक आग लग गई। घटना बृजपुर थाना क्षेत्र इटवांखास गांव की है। माता-पिता बच्चों को झोपड़ी में छोड़कर लकड़ी बीनने के लिए जंगल गए थे। लौटकर आए तो सब कुछ खाक हो चुका था।  

लकड़ी बीनने जंगल गए थे माता-पिता 
पन्ना जिले की बृजपुर थाना पुलिस ने बताया कि इटवांखास गांव देसु आदिवासी अपनी पत्नी के साथ लकड़ी बीनने के लिए जंगल गया था। उनके दोनों बच्चे खेत स्थित झोपड़ी में सो रहे थे, तभी अचानक आग लग गई। 

पोस्टमार्टम के बाद सौंपा शव 
देसू और उसकी पत्नी सुबह 10 बजे के करीब जंगल से लौटे तो दोनों बेटे संदीप (3) और अंकित (2) बुरी तरह से झुलस चुके थे। पुलिस ने उनके शव कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। 

बटाई पर ले रखा था खेत 
देसु आदिवासी अमानगंज थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव का रहने वाला है। उसने ओमप्रकाश बाजपेयी का खेत बटाई पर ले रखा था। फसल की रखवाली के लिए खेत की मेड़ पर घास फूस की झोपड़ी बनाकर परिवार के साथ रहता था। 

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घटना स्थल का लिया जायजा 
घटना की सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार शशिकांत दुबे और पटवारी रघुनाथ बागरी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घटना स्थल का जायजा लेने के बाद वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की। बताया कि इतवांखास गांव में जमीन की रखवाली कर रहे देसु आदिवासी के दोनों बच्चों की मौत हो गई है। मामले की जांच की जा रही है। 

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