Google Maps: यूपी के बरेली में शनिवार(25 जनवरी) की सुबह गूगल मैप ने दो फ्रांसीसी साइकिल सवारों को भटका दिया। ये दोनों दिल्ली से साइकिल पर नेपाल के काठमांडू जा रहे थे। गुरुवार रात को जब वे रास्ता खोज रहे थे, तो गूगल मैप ने उन्हें गलत दिशा दिखा दी। रास्ता भटकते हुए वे चुरैली डैम के पास पहुंच गए। स्थानीय गांववालों ने रात 11 बजे इन्हें साइकिल पर देखा। भाषा की समस्या के कारण ग्रामीण उनकी बात नहीं समझ सके, लेकिन सतर्कता दिखाते हुए उन्हें चुरैली पुलिस चौकी पहुंचाया।
7 जनवरी को दिल्ली से शुरू की थी यात्रा
फ्रांस के ब्रायन जैक्स गिलबर्ट और सेबेस्टीयन फ्रैंकॉइस ग्रेबियल 7 जनवरी को फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे थे। दोनों ने साइकिल से काठमांडू जाने का फैसला किया। गूगल मैप की सहायता से वे दिल्ली से निकल गए और टनकपुर होते हुए नेपाल जाने की योजना बना रहे थे। लेकिन बरेली के पास उन्हें गूगल मैप ने ऐसा रास्ता दिखाया, जो अंधेरे और सुनसान इलाके की ओर ले गया।
पुलिस की मदद से सही रास्ता मिला
चुरैली पुलिस चौकी पर पहुंचने के बाद पुलिसकर्मियों ने उनकी मदद करने की कोशिश की। हालांकि, भाषा समझने में थोड़ी परेशानी हुई। इसके बाद एसएसपी अनुराग आर्य को जानकारी दी गई। उन्होंने फ्रांसीसी नागरिकों से फोन पर बात की और उनकी समस्या को समझा। पुलिस ने उन्हें अगले दिन सुरक्षित दिशा निर्देश देकर उनकी यात्रा पर भेज दिया।
भारतीय पुलिस को दिया धन्यवाद
विदेशी नागरिकों ब्रायन जैक्स गिलबर्ट और सेबेस्टीयन फ्रैंकॉइस ग्रेबियल ने भारतीय पुलिस की तारीफ करते हुए कहा, थैंक्यू इंडियन पुलिस। दोनों ने कहा कि भारत में लोगों का सहयोग और पुलिस की सतर्कता वाकई काबिले तारीफ है। दोनों ने कहा कि यहां के लोग न केवल मददगार हैं, बल्कि संकट के समय में मदद करने की भावना उन्हें खास बनाती है। जाते-जाते दोनों विदेशियों ने पुलिसकर्मियों और गांववालों का आभार व्यक्त किया।
गूगल मैप कई बार भटका चुका है रास्ता
बरेली में गूगल मैप की वजह से लोगों के भटकने के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में, 25 नवंबर 2024 को गूगल मैप के गलत निर्देश के कारण एक कार आधे-अधूरे पुल से नीचे गिर गई थी। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीक पर पूरी तरह निर्भर होने के बजाय, क्षेत्रीय जानकारी का इस्तेमाल भी किया जाना चाहिए।