Meerut Encounter: यूपी की मेरठ (Meerut) पुलिस ने शनिवार (25) जनवरी की सुबह 50 हजार के इनामी नईम को एनकाउंटर(Encounter) में ढेर कर दिया। नईम ने 9 जनवरी को अपने सौतेल भाई मोइन की 3 बच्चियों के साथ पूरे परिवार का कत्ल किया था। लिसाड़ी गेट के सोहेल गार्डन इलाके में मोइन, उनकी पत्नी असमा और उनकी तीन बेटियों की हत्या कर दी गई थी। बच्चियों की उम्र महज 8, 4 और 1 साल थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी नईम ने घर में ताला लगाया और फरार हो गया। पुलिस ने मौके से शव बरामद किए और मामले की जांच शुरू की।
मेरठ के एसएसपी ने एनकाउंटर पर क्या कहा?
मेरठ के एसएसपी विपिन तडा ने पुलिस एनकाउंटर में नईम के मारे जाने की पुष्टि की है। एसएसपी तडा ने बताया कि लिसारी गेट में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई थी। इसमें एक पति-पत्नी और उसके तीन बच्चों की हत्या कर दी थी। वांछित अपराधी नईम पर 50 हजार रुपए का इनाम था। वह लंबे समय से पुलिस छिप कर रह रहा था। उसे शनिवार को एनकाउंटर में पुलिस ने ढेर कर दिया हे।
Uttar Pradesh: Naeem Baba, the main accused in the brutal murder of Moeen and his family, was killed in a police encounter in Meerut. He had a ₹50,000 bounty and was wanted for murder
— IANS (@ians_india) January 25, 2025
SSP Vipin Tada says, "A brutal incident occurred in Lisari gate, where a husband, wife, and… pic.twitter.com/B4wW9Ogb6N
नईम पर था 50 हजार का इनाम
नईम उर्फ जमील इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। पुलिस जांच में पता चला कि नईम ने सौतेले भाई मोइन और उनके परिवार की हत्या की साजिश खुद रची थी। फरार होने के बाद वह महाराष्ट्र, दिल्ली और कई दूसरे राज्यों में छिपता रहा। पुलिस ने नईम पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने बताया कि नईम ने कई राज्यों में भेष बदलकर फरारी काटी। महाराष्ट्र, दिल्ली और यूपी में कई जगह उसने छिपने की कोशिश की। मेरठ पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया। नईम के खिलाफ पहले से ही हत्या, धोखाधड़ी और चोरी जैसे गंभीर मामलों में केस दर्ज थे।
पुलिस ने ऐसे खत्म की कहानी
नईम को पकड़ने के लिए मेरठ पुलिस ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया। आखिरकार, कई दिनों की छानबीन और गुप्त सूचनाओं के आधार पर मेरठ पुलिस ने उसे घेर लिया। एनकाउंटर के दौरान नईम ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। पुलिस ने मौके से हथियार और दूसरे आपत्तिजनक सामान बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि नईम की गतिविधियां लंबे समय से संदिग्ध थीं, और वह अपने अपराधों के लिए कई जगह वांछित था।
अपराधों की लंबी फेहरिस्त
नईम का आपराधिक इतिहास काफी लंबा था। दिल्ली में 1999 में उसके खिलाफ चोरी और हत्या के कई मामले दर्ज हुए थे। 2000 में उसने दिल्ली के खजूरी खास में हत्या की थी। 2006 में महाराष्ट्र के मुंब्रा में भी वह एक हत्या के केस में शामिल था। इसके अलावा, मेरठ में भी उसके खिलाफ हत्या, धोखाधड़ी और अन्य मामलों के केस थे। पुलिस ने बताया कि नईम ने सौतेले भाई के पूरे परिवार की हत्या पुरानी रंजिश के चलते की थी। उसकी गिरफ्तारी और एनकाउंटर ने मेरठ पुलिस की मुस्तैदी को एक बार फिर साबित कर दिया।