Donald Trump vs Volodymyr Zelensky: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन प्रेसीडेंट व्लोदिमीर जेलेंस्की के बीच को ऑन-कैमरा तीखी नोकझोंक हुई है। व्हाइट हाउस में शुक्रवार (28 फरवरी) को हुई इस बहस से पूरी दुनिया हैरान है। रूस-यूक्रेन के बीच शांति समझौता भी खटाई में पड़ता दिख रहा है। यूएस ने व्लोदिमीर जेलेंस्की पर अमेरिका के अपमान का आरोप लगाया है। कहा, उन्हें सुलह चाहिए तो दोबारा आकर माफी मांगनी होगी। जबकि, जेलेंस्की ने माफी मांगने से इनकार किया है। कहा, मैंने कोई गलती नहीं की।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन से पूर्व प्रेसिडेंट जो बाइडेन प्रशासन द्वारा की गई आर्थिक और सैन्य मदद का मुआवजा मांग रहे हैं। इस सपोर्ट के बदले वह यूक्रेन से 500 अरब डॉलर की डील चाहते हैं। यूक्रेन इस डील के बदले सुरक्षा की गारंटी चाहता है, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप बिना शर्त डील फाइनल करना चाहते हैं। उनका तर्क है कि अमेरिका पहले ही यूक्रेन की काफी मदद कर चुका है।
#WATCH | Washington, DC: US President Donald Trump says, "...He (Vladimir Putin) might have broken deals with Obama and Bush and he might have broken them with Biden...But he didn't break them with me. He wants to make a deal. I don't know if you (Volodymyr Zelenskyy) can make a… pic.twitter.com/3bic3AcX9w
— ANI (@ANI) March 1, 2025
बिना समझौता चले गए जेलेंस्की
यूक्रेन प्रेसीडेंट व्लोदिमीर जेलेंस्की शुक्रवार को इसी मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप से बात करने व्हाइट हाउस पहुंचे। दोनों नेताओं की शुरुआती मुलाकात अच्छी रही। ट्रंप खुद उनके स्वागत में बाहर तक आए, लेकिन मीटिंग के बीच बात इस कदर बिगड़ी कि जेलेंस्की बिना समझौता किए वहां से चले गए। डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन की सिक्योरिटी के मुद्दे पर बात करने से साफ इनकार कर दिया।
अमेरिका को अपमानित करने का आरोप
दरअसल, वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को उम्मीद थी कि ओवल ऑफ़िस में डोनाल्ड ट्रंप से उनकी मुलाक़ात अमेरिका का रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति झुकाव कम करने में मददगार होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। राष्ट्रपति ट्रंप और जेडी वेंस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पर अमेरिका को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए वहां से चले जाने तक के लिए कह दिया था।
दुनिया की भलाई के लिए दुनिया के साथ हूं: ट्रंप
यूएस के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया को बताया कि मैं न तो पुतिन (रूसी राष्ट्रपति) के साथ हूं और किसी अन्य देश के साथ। मैं तो संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ हूं और दुनिया की भलाई के लिए दुनिया के साथ हूं। मैं रूस यूक्रेन विवाद को खत्म कराना चाहता हूं, लेकिन यह काम काफी मुश्किल है। आप भी देख सकते हैं कि पुतिन के लिए उनके (ज़ेलेंस्की) मन में कितनी नफरत है। दूसरा पक्ष यानी रूस भी यूक्रेन से बिल्कुल प्यार नहीं करता।
ट्रंप बोले-मैं दुनिया में शांति चाहता हूं
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, मैं दुनिया में शांति चाहता हूं। चीजों को ठीक करना चाहता हूं। यूरोप के साथ भी सकारात्मक सहयोग की आपेक्षा करता हूं, लेकिन अब देखना होगा कि हम यह काम कैसे कर सकते हैं। मैं किसी भी इंसान से ज्यादा सख्त हो सकता हूं। आपने कई बार देखा भी होगा, लेकिन इस तरह से कभी कोई सौदा नहीं होते।
वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा
- यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी मामले पर प्रतिक्रिया दी है। फॉक्स न्यूज़ से बात करते हुए कहा, बेशक, युद्धकालीन सहयोगियों के बीच संबंधों को ठीक किया जा सकता है। वह संयुक्त राज्य अमेरिका को भागीदार के रूप में खोना नहीं चाहते। साथ ही यह भी चाहता हूं कि ट्रम्प हमारे पक्ष में रहें।
- ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि यूक्रेन-रूस शांति वार्ता में वह तब तक शामिल नहीं होंगे, जब तक कि उसे आक्रमण से सुरक्षा गारंटी नहीं मिल जाती।
- उनसे जब यह पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से माफी मांगेंगे, तो उन्होंने कहा-नहीं, मैं राष्ट्रपति ट्रंप का सम्मान करता हूं. मैं यूएस के लोगों का भी सम्मान करता हूं. लेकिन मुझे नहीं लगता कि हमने कुछ गलत किया है।
ट्रंप और जेलेंस्की के बीच पुराना विवाद
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जेलेंस्की पर अमेरिका के अपमान करने का आरोप लगाया। तो ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति को कई बार टोका और फटकार लगाई। उन पर तीसरे विश्व युद्ध की गैंबलिंग का आरोप लगाया। इसके बाद जेलेंस्की तेजी से बाहर निकलते दिखे। दरअसल, इन दोनों नेताओं के रिश्ते जुलाई 2019 में ही बिगड़ गए थे।
400 मिलियन डॉलर की सहायता रोकी
ट्रंप ने जेलेंस्की को फोन कॉल किया था। ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके बेटे हंटर के खिलाफ संभावित भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए जेलेंस्की से कहा था। कॉल से पहले उन्होंने यूक्रेन को दी जाने वाली 400 मिलियन डॉलर की सहायता रोक दी थी। हालांकि, बाद में जारी कर दिया था।
हंटर और बाइडेन पर केंद्रित हैं आरोप
ट्रंप के आरोप हंटर बाइडेन पर केंद्रित थे। कहा, हंटर को ऊर्जा क्षेत्र में कोई अनुभव न होने के बाद भी यूक्रेनी गैस कंपनी बरिस्मा का निदेशक बना दिया गया। जो बाइडेन उस समय उप-राष्ट्रपति के तौर पर यूक्रेन से डील कर रहे थे। ट्रंप का आरोप है कि बाइडेन ने बरिस्मा की जांच कर रहे एक अभियोजक को निकाला था।
ट्रंप पर लगे थे गंभीर आरोप
डेमोक्रेट्स ने व्हिसलब्लोअर के दावों के बाद ट्रंप पर अमेरिकी चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप को प्रेरित करने के प्रयास का आरोप लगाया। ट्रंप कठोर महाभियोग जांच से गुजरे। उनके खिलाफ अभियोग लगाया गया। हालांकि, सीनेट जांच के बाद उन्हें बरी कर दिया, लेकिन 2020 में ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव हार गए।
जेलेंस्की से इसलिए नाराज हैं ट्रंप
जेलेंस्की विवाद में फंसने से बचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ट्रंप इस बात से नाराज हैं कि उन्होंने आरोपों का दृढ़ता से खंडन नहीं किया। जेलेंस्की ने बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद उनसे घनिष्ठ संबंध बनाए। लिहाजा, अमेरिका ने यूक्रेन को मजबूत अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक समर्थन दिया। साथ ही रूस को बाहर कर दिया, जिससे वह न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ गया, बल्कि उस पर आर्थिक प्रतिबंध भी लगे।
ऐसे बिगड़ी बात
यूक्रेन को सहायता और रूस के विरोध पर पहले अमेरिका के दोनों दल सहमत थे, लेकिन ट्रंप ने कीव की क्षमता पर सवाल उठाए, जिससे राजनीतिक क्षेत्र में दरार पैदा हुई और रिपब्लिकन उनके पीछे पड़ गए। उस समय बात और बिगड़ गई, जब ट्रंप ने युद्ध का समाधान खोजने सीधे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से संपर्क किया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा रूस का समर्थन
पिछले माह तो उनका गुस्सा खुलकर सामने आ गया, जब जेलेंस्की ने ट्रंप पर गलत सूचनाओं की दुनिया में रहने का आरोप लगाया। जेलस्की ने यह बयान ट्रंप द्वारा उन्हें तानाशाह कहने के बाद दिया था। बदले हुए परिदृश्य के बीच अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के साथ मिलकर यूक्रेन द्वारा मास्को के आक्रमण की निंदा प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया।