PM Narendra Modi visit Prayagraj: दिल्ली में जहां विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल (बुधवार, 5 फरवरी) प्रयागराज जाएंगे। जहां वो मगाकुंभ के त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा बेहद अहम है, क्योंकि हाल ही में महाकुंभ में मची भगदड़ में 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 60 श्रद्धालु घायल हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, PM मोदी न केवल धार्मिक अनुष्ठान करेंगे, बल्कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा भी करेंगे और संतों से विशेष भेंट करेंगे। उनका यह दौरा राजनीतिक और धार्मिक दोनों दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
PM Modi Maha Kumbh: PM मोदी का प्रयागराज दौरे का कार्यक्रम
- सुबह 10:05 बजे - प्रधानमंत्री मोदी प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
- 10:10 बजे - DPS हेलिपैड के लिए रवाना होंगे।
- 10:45 बजे - अरैल घाट पहुंचेंगे।
- 10:50 बजे - अरैल घाट से नाव के जरिए महाकुंभ स्थल जाएंगे।
- 11:00 से 11:30 बजे - त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करेंगे।
- 11:45 बजे - नाव से वापस अरैल घाट लौटेंगे।
- 12:30 बजे - वायुसेना के विमान से दिल्ली रवाना होंगे।
Prime Minister Narendra Modi will visit Maha Kumbh Mela 2025 in Prayagraj on 5th February. At around 11 AM, he will take a holy dip at the Sangam and offer prayers to Maa Ganga: PMO pic.twitter.com/mspiiNJOeg
— ANI (@ANI) February 4, 2025
पीएम मोदी संतों से करेंगे मुलाकात
महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर PM मोदी संतों से चर्चा करेंगे और श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी उस जगह का भी दौरा कर सकते हैं, जहां पर
5 फरवरी का धार्मिक महत्व
- माघ अष्टमी और भीष्म अष्टमी का पर्व इस दिन पड़ता है, जिसे हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है।
- त्रिवेणी संगम में स्नान करने से लाभ मिलता है और इसे मोक्ष प्राप्ति का दिन माना जाता है।
- भीष्म अष्टमी को महाभारत के योद्धा भीष्म पितामह के निर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
5 फरवरी को ही दिल्ली में विधानसभा चुनाव
एक तरफ, पीएम मोदी महाकुंभ में संगम स्नान करने पहुंचेगे। वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली में उसी दिन (5 फरवरी, 2024) विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी। दिल्ली चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच आमने-सामने की लड़ाई है। हालांकि, कांग्रेस ने भी अपनी ताकत झोंक रखी है। अब, देखना होगा कि दिल्ली की जनता किस पार्टी पर भरोसा जताती है।